आईडीए का 1508 करोड़ रुपए का बजट पेश

  
Last Updated:  March 27, 2025 " 12:40 pm"

इन्दौर : विकास प्राधिकरण संचालक मण्डल की बैठक बुधवार को दीपक सिंह, संभागायुक्त सह अध्यक्ष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में नए वित्तीय वर्ष 2025 – 26 के बजट का अनुमोदन किया गया।

बैठक में शिवम वर्मा आयुक्त, नगर पालिक निगम, प्रदीप मिश्रा वन मंडलाधिकारी, श्रीमती ज्योति शर्मा अपर कलेक्टर (कलेक्टर प्रतिनिधि), शुभाशीष बनर्जी संयुक्त संचालक, नगर तथा ग्राम निवेश विभाग, सी.एस. खरत मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग, इन्दौर, सुनील कुमार उदिया लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं आर.पी. अहिरवार मुख्य कार्यपालिक अधिकारी, इ.वि.प्रा. (सदस्य सचिव) उपस्थित थे।

88.12 करोड़ रुपए के लाभ के इस बजट में कुल प्राप्ति राशि रू. 1597.00 करोड़ एवं कुल व्यय राशि रू. 1508.88 करोड़ अनुमानित की गई है।

संभागायुक्त सह अध्यक्ष दीपक सिंह ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में शहर के प्रत्येक महत्वपूर्ण घटक आवासीय औद्योगिक, मंडी, आमोद-प्रमोद, यातायात एवं परिवहन, सार्वजनिक तथा अर्ध सार्वजनिक भू-उपयोग के क्षेत्रों का बहुमुखी विकास करने के लक्ष्य रखा गया है। इसी के साथ इंदौर की पहचान से जुड़े इंद्रेश्वर मंदिर और प्राचीन तुलसीदास राम मंदिर के जीर्णोद्धार का भी प्रावधान बजट में किया गया है।

ये हैं बजट के प्रमुख प्रावधान :-

संभागायुक्त सह प्राधिकरण अध्यक्ष दीपक सिंह ने बताया कि सडक निर्माण हेतु वर्ष 2025-26 के बजट में 432.27 करोड़ रुपए रखे गए हैं। विद्युतीकरण हेतु बजट में 242.94 करोड़ का प्रावधान किया गया है। फ्लायओवर हेतु198.80 करोड़ रुपए रखे गए है। भूमिगत् सेवाएं हेतु 133.37 करोड़ रुपए रखे गए हैं। अमानती कार्य हेतु 122.70 करोड़ रखे गए हैं।भवन निर्माण हेतु वर्ष 2025-26 के बजट में 103.95 करोड़ का प्रावधान किया गया है। उद्यानिकी विकास हेतु 38.70 करोड़ का प्रावधान है। एमआर – 10, सुपर काॅरिडोर में 8.68 हेक्टेयर भूमि पर आय.एस.बी.टी. का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में शेष कार्य हेतु रू. 15.50 करोड का प्रावधान रखा गया है। शेष कार्य को इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस आय.एस.बी.टी. का मेट्रो रेल से भी एकीकरण किया गया है।

वरिष्ठ नागरिकों हेतु आवासीय काॅम्प्लेक्स:-
प्राधिकारी द्वारा यो.क्र.134 में वरिष्ठ नागरिकों हेतु सर्वसुविधायुक्त आवासीय काॅम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है। आवासीय काॅम्प्लेक्स में 32 फ्लेट्स, बहुउद्देशीय हाॅल,खुला परिसर, 32 चार पहिया वाहनों हेतु पार्किंग सुविधा, फिसलन रहित फर्श, फिजियोथैरेपी कक्ष, 24 घंटे एम्बुलेंस सेवा एवं चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है। दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु 08 दुकानें भी निर्मित की गई है। इसके संधारण एवं संचालन के लिये एजेन्सी चयन हेतु निविदा आमंत्रित की जा रही है।

स्टार्टअप पार्क:-
स्टार्टअप पार्क के फेज-1 में शाॅपिंग माॅल, ऐमीनिटीज, स्टार्टअप आॅफिस, काॅर्पोरेट आॅफिस एवं पार्किंग टाॅवर तथा अधोसंरचना विकास प्रस्तावित है। फेज-2 में आई.टी.बिल्डिंग एवं फेज-3 में कन्वेंशन सेंटर तथा 5 स्टार होटल प्रस्तावित है।
फेज-1 का कार्य वित्तीय वर्ष 2025-26 के अन्तर्गत प्रस्तावित है। इसकी कार्य योजना तैयार करने हेतु मलेशिया की वेरिटास आर्किटेक्ट एवं मेहता एण्ड एसोसिएट्स एलएल.पी. इंदौर की संयुक्त कंपनी को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है। इसके तहत् निर्माण की जाने वाली स्टार्टअप बिल्डिंग में पार्किंग हेतु 3 बेसमेन्ट, 4 फ्लोर पर शाॅपिंग माॅल, 1 फ्लोर पर विभिन्न ऐमीनिटीज, 1 सर्विस फ्लोर का निर्माण प्रस्तावित है। भवन की ऊॅंचाई लगभग 87.60 मीटर होगी, जो संभवतः म.प्र. की सबसे ऊॅंची इमारत होगी। उक्त कार्य को 5 वर्ष की अवधि में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

सी.एम.राइज स्कूल:-
इंदौर शहर को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढने के उद्देश्य से प्राधिकरण द्वारा 04 सी.एम.राइज स्कूलों का निर्माण डिपाॅजिट वर्क के तहत किया जा रहा है, जिनका निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में होकर वर्ष 2025 में पूर्ण हो जाएगा। इस हेतु प्राधिकरण द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 में राशि रू. 46.00 करोड़ व्यय का प्रावधान रखा गया है। इस योजना में राज्य शासन द्वारा प्राधिकरण को निर्माण कार्य हेतु एजेन्सी बनाया गया है।

बजट में विशेष आकर्षण:-
वर्ष 2028 में होने वाले उज्जैन सिंहस्थ हेतु यातायात को सुगम बनाने के लिये बायपास से उज्जैन रोड को लिंक करने वाले एम.आर.-12 मार्ग का लगभग 8.00 कि.मी. का निर्माण पूर्ण किये जाने के साथ ही एम.आर.-12 पर ही 06 लेन रेल्वे ओव्हर ब्रिज एवं कान्ह नदी पर 06 लेन हाईलेवल ब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा।

इंदौर शहर से सटे हुए गांव एवं कस्बे की कृषि उपज के विपणन हेतु किसानों को सहुलियत देने के उद्देश्य से मोरोद अनाज मण्डी का विकास किया जाएगा। इस हेतु प्राधिकरण द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 में राशि रू. 10.00 करोड़ व्यय का प्रावधान रखा गया है।

प्राधिकरण के अभिलेखों को सुरक्षित रूप से संधारित करने के उद्देश्य से कम्प्यूटरीकरण के तहत् अभिलेखों का डिजिटाईजेशन किये जाने के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में राशि रू. 2.00 करोड़ के व्यय का प्रावधान रखा गया है।

प्राधिकरण की विभिन्न नगर विकास योजनाओं में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिको हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना-2.0 के अन्तर्गत आवास निर्माण किये जाने हेतु वित्तीय वर्ष 2025-26 में राशि रू. 25.00 करोड़ व्यय का प्रावधान रखा गया है।

इंदौर शहर में एक स्मार्ट आंगनवाडी एवं एक स्मार्ट प्रायमरी स्कूल को लेकर मरम्मत एवं नवीनीकरण का प्रावधान रखा गया है।

इन्द्रेश्वर महादेव मंदिर व तुलसीदास राम मंदिर के नवीनीकरण का कार्य भी अमानती मद से किये जाने का प्रावधान रखा गया है।

भोपाल रोड एवं धार रोड पर एक-एक आय.एस.बी.टी. के निर्माण का भी प्रावधान रखा गया है।

राबर्ट नर्सिंग होम में नवीन भवन का निर्माण अमानती कार्य के रूप में किया जाएगा।

योजना क्रमांक 166 के पास सुपर काॅरिडोर पर टिगरिया बादशाह तालाब का सौंदर्यीकरण, वृक्षारोपण एवं छट घाट का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।

रिव्हर फ्रन्ट डेव्हलपमेंट हेतु डीपीआर बनवाई जाएगी। आय.एस.बी.टी. से आगे 01 कि.मी. के क्षेत्र में प्राधिकरण द्वारा विकास कार्य किया जाएगा।

शहर की सांस्कृतिक परम्पराओं को अक्षुण रखने के उद्देश्य से गणेश विसर्जन झांकी, अहिल्या उत्सव, गणतंत्र उत्सव, लता मंगेशकर अवार्ड हेतु रू. 0.25 लाख का प्रावधान रखा गया है।

अहिल्या लायब्रेरी के तहत प्रीतमलाल दुआ सभागृह के नवीनीकरण कार्य हेतु 0.70 लाख का प्रावधान किया गया। देवलालीकर कला वीथिका के जीर्णोद्धार हेतु भी इस वर्ष पर्याप्त प्रावधान किया गया है।

विद्यालयों में संगीत शिक्षा को बढाने और शासकीय महाविद्यालय में आॅडिटोरियम निर्माण हेतु गैर योजना मद के अंतर्गत बजट में प्रावधान किया गया है।

तुलसीदास राम मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य हेतु अमानती कार्य के रूप में रू. 1.5 करोड़ का प्रावधान रखा गया है।

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